बागेश्वर धाम पर हुई मृत्यु, कलश यात्रा के दौरान

 Bageshwar dham Sarkar News - बागेश्वर धाम पर हुई मृत्यु, कलश यात्रा के दौरान 

साधु जी सितारा

आखिर दंग रह गया लोग


 लोग राजगढ़ में आ गए भाग्यश्री धाम कथा का आयोजन और रेकॉर्डों का ध्वस्तीकरण राजगढ़ की कलश यात्रा में जुटे हैं सारे भगवा साड़ियों में निकली तीस हज़ार सनातनी वीरांगनाएँ कई किलोमीटर तक दिखा भगवा ही भगवा खिलचीपुर में भगवा ब्रिगेड देखकर दंग रह गए लोग कलश सिर पर धारण किए दिखा सनातनी माताओं का जनसैलाब कलश यात्रा ने बना डाला विश्व रिकॉर्ड देखिये पब्लिक पर न्यूस के स्पेशल रिपोर्ट में राजगढ़ के खींच लिया में स्टेडियम के अंदर सरकार की कथा का साथ जो सामान आये और न्यूज़ मास्टर की टीम भी पहुँच चुकी है

भव्य कलश यात्रा निकाली गई

खींच लिया आपको कथा से जुड़ी पल पल की अपडेट से रूबरू कराने लेकिन कथा से पहले ही में जो हुआ वो पहले ना तो किसी ने देखा था और ना ही किसी ने सुना था कथा से पूर्व ऐसी भव्य कलश यात्रा निकाली गई जो सिर्फ किस्से और कहानियों में ही सुनी जाती थी आप ज़रा स्क्रीन पर चल रही इन तस्वीरों को तो देखिए जहाँ तक नजर नहीं पहुंचेगी वहाँ से दूर तक आपको केवल भगवा ही भगवा नजर आएगा सनातनी वीरांगनाओं का यह विशाल जनसमूह देश को हिंदू राष्ट्र बनाने और इस कथा को तिहासिक कथा बनाने के लिए दस्तक दे रहा है ज़रा इन माताओं की रैली को तो देखिये कैसे भगवान की भक्ति में लीन होकर भव्य ऐतिहासिक कलश यात्रा को निकाल रही है 

कब तक बनेगा हिंदू राष्ट्र

ऐसा लग रहा है कि मानो देश हिंदू राष्ट्र बन चुका है कथा के आयोजकों ने जो व्यवस्था यहाँ की है उसकी तो जितनी तारीफ की जाए कम है कथा को ऐतिहासिक बनाने में कोई भी कसर यहाँ नहीं छोड़ी गई कथा में बागेश्वर सरकार एक और अनोखा कारनामा करेंगे इस कथा में आपको अगर कन्याएं संगीतमय हनुमान चालीसा का पाटन करती दिखे तो भी चौंकना मत दें क्योंकि यहाँ ये भी ऐतिहासिक काम होने वाला है लता के ऐतिहासिक होने का अंदाजा आपको कई किलोमीटर तक चल रही इस कलश यात्रा को ही देखकर हो जाएगा लेकिन ज़रा इन तस्वीरों को तो देखिये कि किस तरह से कथा स्थल की व्यवस्था की गई है 

आखिर पूरा प्रोग्राम क्या बागेश्वर धाम पर

जितनी भव्य कलश यात्रा है उतना ही भव्य पांडाल सजाया गया है लोगों के बैठने के लिए बनाए गए इन स्थानों को तो देखिये ज़रा इस अम्बेडकर द्वार को भी देखिए अंबेडकर द्वार के ऊपर भी भगवा और बराबर में सरकार विराजमान है यही तो वजह है कि यहाँ निकाली गई कलश यात्रा न इतिहास रच डाला है तो वहीं इंद्रदेव ने कथा आयोजकों को आंखें दिखाना शुरू कर दिया लेकिन बाबा के पागल किसी के आंखें दिखाने से डरने वाले नहीं हैं तो चलिए आपको पूरे प्रोग्राम के बारे में बताते हैं तो दोस्तों ये तो आप सभी जानते ही है कि राज्य के खींच लिया में बागेश्वर सरकार कथा करने वाले छब्बीस से उनतीस जून तक चलने वाले इस कथा को इसकी कलश यात्रा नहीं ऐतिहासिक और यादगार बना दिया आपको बता दें कि कलश यात्रा में तीस हज़ार सनातनी वीरांगनाओं ने भाग लिया और इस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से तीस हज़ार भगवा साड़ी मंगाई गई थी सभी माताओं ने इन्हीं भगवा साड़ियों को पहन कर कलश यात्रा निकाली और जब ये भव्य कलश यात्रा निकाली गई तो इन तस्वीरों को देखकर लग रहा था मानो रामराज्य उसे लौटाया है मानो देश हिंदू राष्ट्र बन चुका है 

क्यों बना विश्व रिकॉर्ड

क्योंकि जहाँ तक दिखाई भी नहीं देगा वहाँ तक केवल भगवा ही भगवा दिखाई दे रहा था ऐसे में अंदेशा तो ये भी लगाया जा रहा है कि इस कलश यात्रा में विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है क्योंकि शायद ही इससे पहले तीस हज़ार महिलाओं ने भगवा साड़ी पहन कर कलश यात्रा निकाली हो तो वही अगर मौसम की बात की जाए तो इंद्रदेव लगातार भगवाधारियों को आंखें दिखा रहे हैं लेकिन बागेश्वर सरकार के पागल कभी पहले भी किसी से डरे हैं क्या जो अब डरेंगे कथा को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारियां कर ली गई है कथा इसलिए भी ऐतिहासिक होगी क्योंकि आयोजन के किसी भी दिन दर्जनों कन्याएं हनुमान चालीसा का संगीतमय पाठ करेंगे ये भी शायद ही पहले कभी देखा गया हो इतना ही नहीं है कथा स्थल स्टेडियम में प्रवेश के लिए जो द्वार है 

कितने बजे कथा शुभारंभ होगी

वहाँ अंबेडकर द्वार तो लिखा है लेकिन उसके ऊपर लहरा रहा भगवा ध्वज और बागेश्वर सरकार की तस्वीरों ने सबका मनमोह रखा है ऐसे कभी इस अलौकिक और ऐतिहासिक कथा की तैयारियां तो पूरी हो चुकी है और बाकी सरकार भी छब्बीस जून को शाम चार बजे कथा स्थल पहुँचेंगे और कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे अब आपको क्या लगता है क्या वाकई में मैं सारे रिकॉर्ड टूट चूके हैं आप अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें साथ ही ब्लॉगर को सब्सक्राइब करे और शेयर का सनातन समुद्र में अपना योगदान अवश्य दें रिपोर्ट

FAQ;

1.बागेश्वर धाम की फीस क्या है?
2.बागेश्वर धाम सरकार में प्रवेश कैसे मिल सकता है?
3.बागेश्वर धाम सरकार अभी कहां है?
4.बागेश्वर धाम कौन से दिन जाना चाहिए?


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