धर्म की आड़ में धोखा: बागेश्वर धाम सरकार ने छांगुर बाबा पर लगाए गंभीर आरोप | Dhirendra Shastri News

धर्म की आड़ में धोखा! बागेश्वर धाम सरकार ने छांगुर बाबा को बताया खतरा, लोगों को किया सतर्क

छतरपुर (मध्य प्रदेश): देशभर में अपनी दिव्य दरबार और चमत्कारी कथाओं के लिए प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बार फिर धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करने वालों को लेकर बड़ी बात कही है। अपने हालिया प्रवचन के दौरान उन्होंने एक विवादास्पद बाबा का ज़िक्र करते हुए श्रद्धालुओं को साफ चेताया कि धर्मगुरु के नाम पर चल रही फर्जी गतिविधियों से सावधान रहें।

धीरेंद्र शास्त्री ने उत्तर प्रदेश के एक स्वयंभू बाबा जमालुद्दीन उर्फ़ छांगुर बाबा का नाम लेते हुए कहा कि आजकल समाज में ऐसे कई लोग हैं जो धार्मिक चोला ओढ़कर, गलत विचारधारा और आचरण के जरिए लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह समय सजग और सतर्क रहने का है, क्योंकि कुछ लोगों ने धर्म का मुखौटा पहनकर समाज में धर्मांतरण और शोषण जैसी साजिशें फैलाई हैं।


धार्मिक मंच से दी गई खुली चेतावनी

अपने प्रवचन के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा:

"कुछ लोग बाबा बनकर समाज को गुमराह कर रहे हैं। वे धर्म की आड़ में महिलाओं का शोषण करते हैं और युवाओं को अपने झूठे जाल में फंसाते हैं। हम सभी को चाहिए कि ऐसे किसी भी बाबा या गुरू की अंधभक्ति न करें। यहां तक कि मेरे पीछे भी अंधभक्ति न करें। केवल बाला जी और हनुमान जी पर भरोसा रखें।"

उनके अनुसार, छांगुर बाबा जैसे व्यक्तियों की आड़ में समाज को तोड़ने और धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने की साजिश चल रही है। शास्त्री जी ने यह भी दावा किया कि धर्मांतरण के लिए जातियों के हिसाब से रेट कार्ड बनाए गए थे, जो अत्यंत चिंताजनक है।


धर्मांतरण को लेकर गंभीर आरोप

धीरेंद्र शास्त्री ने जो बातें सामने रखीं, उनके अनुसार छांगुर बाबा नामक व्यक्ति पर यह आरोप है कि उसने अब तक करीब 3000 हिंदुओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया। इतना ही नहीं, उसने विशेष रूप से हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया और कथित रूप से इसके लिए जाति आधारित कीमतें भी तय की थीं:

  • ब्राह्मण और क्षत्रिय वर्ग की लड़कियाँ: ₹15-16 लाख

  • OBC वर्ग की लड़कियाँ: ₹10-12 लाख

  • SC-ST वर्ग की लड़कियाँ: ₹8-10 लाख

इस पूरे कार्य में विदेशी फंडिंग की भूमिका की भी आशंका जताई जा रही है। बताया गया है कि इस व्यक्ति को विदेशों से आर्थिक मदद मिलती रही है, जिससे वह धर्मांतरण जैसे अवैध कार्यों को अंजाम देता रहा।


बाबा बागेश्वर का स्पष्ट संदेश

धीरेंद्र शास्त्री ने अपने प्रवचनों में कहा कि समाज में बढ़ती अंधभक्ति, गलत परंपराएं, और भ्रामक विचारधाराएं चिंता का विषय हैं। उन्होंने युवाओं से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे किसी भी व्यक्ति की बाहरी छवि पर न जाएं, बल्कि उसके कर्मों को पहचानें

"हमें किसी से व्यक्तिगत विरोध नहीं है। लेकिन जो लोग समाज को गलत दिशा में ले जा रहे हैं, उनके खिलाफ खड़े होने की ज़रूरत है। धर्म का मतलब केवल पूजा-पाठ नहीं, बल्कि

 सत्य, सेवा और जागरूकता है।" – धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री


सोशल मीडिया पर बवाल, पुलिस की जांच जारी

इस पूरे प्रकरण के बाद सोशल मीडिया पर भी बवाल मचा हुआ है। कई लोग बाबा बागेश्वर के बयानों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ वर्ग इसे राजनीतिक और धार्मिक दृष्टि से देख रहे हैं। उधर उत्तर प्रदेश पुलिस भी छांगुर बाबा को लेकर मिली शिकायतों की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही मामले में और खुलासे हो सकते हैं।


आख़िरी बात: धर्म के नाम पर धोखा न खाएं

इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आज के दौर में धर्मगुरु चुनते समय सतर्कता बेहद ज़रूरी है। किसी भी व्यक्ति की कथनी और करनी में फर्क हो तो उसे पहचानना ज़रूरी है। बागेश्वर धाम सरकार के माध्यम से दिया गया यह संदेश न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक जागरूकता के लिए भी प्रेरक है।


लेखक की राय:
धर्म हमारी आस्था का प्रतीक है, लेकिन अंधभक्ति नहीं। यदि हम सही और गलत में फर्क करना सीख जाएं, तो समाज को किसी छांगुर बाबा जैसे व्यक्ति से खतरा नहीं रहेगा। अब समय है सजग बनने का।



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