बागेश्वर धाम हादसा: ढाबे की छत गिरने से महिला की मौत, 10 श्रद्धालु घायल – जानें पूरी खबर

बागेश्वर धाम हादसा: छतरपुर में ढाबे की छत गिरने से महिला श्रद्धालु की मौत, 10 घायल

 छतरपुर (मध्य प्रदेश), 8 जुलाई 2025 – मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे में एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि 10 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना सुबह करीब 3:30 बजे की है, जब बागेश्वर धाम के पास स्थित एक ढाबे की छत अचानक भरभरा कर गिर गई।



प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे के समय सभी श्रद्धालु ढाबे में ठहरे हुए थे। देर रात से हो रही तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की वजह से छत कमजोर हो गई थी, जिससे यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत बचाव दल मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत छतरपुर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

महिला श्रद्धालु की मौत, उत्तर प्रदेश की रहने वाली थी

हादसे में जिस महिला की मौत हुई है, उसकी पहचान उत्तर प्रदेश निवासी के रूप में हुई है। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका की पहचान की प्रक्रिया चल रही है और उसके परिजनों को सूचना दी जा चुकी है।

कैसे हुआ हादसा?

स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात में मौसम अचानक बिगड़ गया था। तेज बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने से ढाबे की पुरानी छत में दरार आ गई थी, लेकिन वहां रुके श्रद्धालु इस खतरे से अंजान थे। सुबह जब लोग सो रहे थे, तभी अचानक छत गिर गई। हादसे के बाद वहां चीख-पुकार मच गई और कई श्रद्धालु मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से सभी को बाहर निकाला गया।

घायल श्रद्धालुओं का अस्पताल में इलाज जारी

हादसे में घायल हुए 10 श्रद्धालुओं में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टर्स की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है। जिला प्रशासन ने सभी घायलों को उचित इलाज और मदद देने की बात कही है।

पहले भी हो चुका है ऐसा हादसा

यह कोई पहली बार नहीं है जब बागेश्वर धाम में इस तरह का हादसा हुआ हो। 3 जुलाई 2025 को भी धाम परिसर में एक बड़ा हादसा हुआ था, जब आरती के दौरान एक लोहे का शेड गिर गया था। उस हादसे में उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के निवासी श्यामलाल कौशल (50 वर्ष) की मौत हो गई थी। वे अपने दामाद राजेश कौशल के साथ दर्शन के लिए धाम आए थे।

इन लगातार हो रही घटनाओं ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। बागेश्वर धाम में रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, ऐसे में सुविधाओं और संरचनाओं की मजबूती व सुरक्षा बेहद जरूरी है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

हादसे के बाद स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में काफी आक्रोश है। उनका कहना है कि बागेश्वर धाम के आसपास कई अस्थायी ढाबे और ठहरने की जगहें बनी हुई हैं, जिनकी स्थिति जर्जर और असुरक्षित है। बावजूद इसके, वहां रुकने की अनुमति दी जाती है। प्रशासन को चाहिए कि वह सभी ढाबों और अस्थायी निर्माणों की जांच कराए और असुरक्षित ढांचों को हटाया जाए।

प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

हादसे के बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एसडीएम और तहसीलदार को मौके पर भेजा गया है और ढाबे के मालिक से भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।

श्रद्धालुओं से अपील

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे बागेश्वर धाम आते समय सुरक्षित और पक्के निर्माण वाले स्थानों पर ही ठहरें। साथ ही मौसम की स्थिति को देखते हुए सतर्कता बरतने की भी सलाह दी गई है।

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