धीरेंद्र शास्त्री ने दी नीतीश को चुनौती हम बिहार आएंगे दम है तो रोक कर दिखाओ

 धीरेंद्र शास्त्री ने दी नीतीश को चुनौती हम बिहार आएंगे दम है तो रोक कर दिखाओ



बिहार में सनातन के नाम पर फिर से राजनीति बागेश्वर धाम सरकार के नाम से घबराई गठबंधन सरकार एक बार फिर आमने सामने आए बागेश्वर सरकार और बिहार की गठबंधन सरकार हो गया जंग का ऐलान बागेश्वर सरकार की नीतीश कुमार को सीधी चुनौती कथा को रोक सकते हो हमें नहीं हम बिहार आएँगे दम है तो रोककर दिखाओ आखिरकार क्यों रद्द हो गई गया की कतार किसका था इसमें हाथ किसे नहीं बहा रहा था भगवा झंडा विदेश कुमार एंड पार्टी के मन में क्यों खटक रहे हैं बागेश्वर सरकार आखिरकार क्या है सनातन और सनातनियों से नीतीश की दुश्मनी व्यय की कथा किस की भेंट चढ़ी क्या नीतीश कुमार हैं

 मेन विलन या फिर गया का प्रशासन दिखाएंगे सच सुनो सुनो सुनो बागेश्वर सरकार के भक्तों सुनो जो गया जाने वाले हैं वो भी सुने जो भी देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं वह सभी भी सुने बिहार में बागेश्वर सरकार की कथा का आनंद उठाने का इंतजार करने वाले बड़े ध्यान से सुनें गया में होने वाली कथा पर सनातन के विरोधियो ने फुल स्टॉप लगाने की तैयारी कर ली है क्योंकि पंडित वीरेंद्र शास्त्री एक ऐसा नाम है जो बिहार की महागठबंधन सरकार की आँखों और कानों में हमेशा चुभता रहता है अब एक बार फिर धीरेंद्र शास्त्री का नाम सुनकर बिहार की सरकार ने अपना जिहादी चेहरा सामने कर दिया है अपनी सनातनी विरोधी सोच को जनता के बीच में फैलने का काम बिहार की सरकार कर रही है एक तरफ तो बिहार सरकार ने सरकार की कथा को रोकने की अपनी सारी कोशिशों को आजमा लिया है तो वहीं बागेश्वर सरकार ने भी ऐलान कर दिया है कि कुछ भी हो वो गया मैं तो जाएंगे कोई माई का लाल रोक नहीं सकता अब सरकार और बागेश्वर धाम के बीच की तनातनी साफ देखने को मिल रही है
 बाबा के तेवर देखकर सरकार के छक्के छूट रहे हैं बागेश्वर सरकार की चुनौती के बाद नीतीश कुमार के माथे पर पसीना आना तो लाजमी है और हो भी क्यों ना आखिरकार एक सनातन इस्न्त से पंगा लेना इतनी आसान बात तो नहीं है ना बिहार के गया में सरकार की कथा के आयोजन से पहले सरकार ने ऐसा कुछ कर दिया कि हर सनातनी के दिल और दिमाग में एक ही चीज़ खा गई है कि बिहार सरकार सनातन विरोधी है आखिरकार कौन हैं ये लोग जो बिहार में सनातन के संगम से इतनी नफरत करते हैं क्यों नीतीश कुमार और इनके साथियों को बागेश्वर सरकार फूटी आंख नहीं से रहे आखिरकार किसकी राजनीति की भेंट चढ़ गई गया की कतार इन सभी सवालों का जवाब आपको इस पांच मिनट के वीडियो में मिलेंगे तो पूरी बात जानने के लिए वीडियो को लास्ट तक जरूर देखें तो दो सौ जैसा कि सभी को पता है कि गया में बागेश्वर सरकार की कथा का आयोजन होने वाला था लेकिन बिहार सरकार के सनातन विरोधी सोच के चलते इस आयोजन पर संशय बरकरार है 

क्योंकि बिहार सरकार को डर है कि अगर यह आसन आतंकी कार्यक्रम का आयोजन हुआ आप सभी सनातनी जागृत हो जाएंगे और फिर उनके तथागत हरी टोपी वाले वोटर उन्हें चुनाव नहीं जिता पाएंगे शायद यही वजह है कि बिहार में सरकार की कतार को मंजूरी नहीं मिल रही है लेकिन बिहार की सरकार यह भूल गयी थी की वो बागेश्वर सरकार से बंगले रही है पिछली बार भी जब उन्होंने अब पटना की कथा के समय बागेश्वर सरकार को रोकने का षडयंत्र रचा था तो पूरे बिहार के राजनीति चरमरा गई थी और उन्हें घुटनों पर आना पड़ा था ऐसा ही फिर एक बार होता हुआ दिख रहा है एक तरफ तो बिहार प्रशासन और सरकार ने कथा के आयोजन को मंजूरी नहीं दी तो वहीं दूसरी तरफ बागेश्वर सरकार ने ऐलान ए जंग का आगाज कर दिया है बाबा ने साफ शब्दों में कह दिया है कि कथा का आयोजन वो ना हो लेकिन बागेश्वर धान की टीम गया में आएगी कोई माई का लाल रोक नहीं सकता ये बिहार सरकार के लिए चुनौती नहीं तो और क्या है आप खुद देखिए कि बागेश्वर सरकार ने क्या कुछ कहा गया जी मैं रहेंगे तो गयाजी में कथा नहीं होनी है क्योंकि वहाँ की प्रशासन को भी बड़ी असुविधा हो जाएगी हम जाएंगे जरूर बागेश्वर धान का शिष्टमंडल जाएगा तो देखाना आपने बाबा ने कैसे कह दिया कि हम गया आयेंगे और हर हाल में आएँगे कोई भी नहीं रोक सकता तो अब बिहार सरकार की टेंशन तो बढ़ ही गई होगी बेचारे सोच रहे होंगे कथा का आयोजन को रोक दिया लेकिन बाबा को कैसे रोकें क्योंकि पिछली बार जब बाबा को रोकने की कोशीश की थी तब भी नहीं रोक पाए थे और जब कथा के आयोजन को बदलकर दूसरी जगह करवा दिया था इसके बावजूद रिकॉर्ड तोड़ भीड़ कथा के अंदर पहुंची थी ऐसे में बिहार सरकार की टेंशन बढ़ना तो लाजमी है 
लेकिन एक बड़ी समस्या यह भी है सनातनी देश के अंदर अगर भागवत कथा के आयोजन की मंजूरी नहीं मिल रही है तो इसमें गुनहगार कौन है क्या सरकार को भगवा आँखों में चुभ रहा है क्या नीतीश कुमार को सनातन से नफरत है क्या उन्हें सिर्फ शांति दूतों को वोटों से चुनाव जीतना है आप अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें और अगर आपको वीडियो पसंद आये तो शेयर जरूर करें साथ ही अगर ब्लॉग को सब्सक्राइब नहीं किया तो जल्द से सब्सक्राइब कीजिए 

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